Today Latest Story IAS Officer Story | एक गरीब माँ ने बनाई अपनी बेटी को IAS ऑफ़िसर।
IAS officer story.
यह कहानी एक गरीब औरत की है जिसने अपनी लड़की को पढ़ा लिखा कर एक IAS ऑफ़िसर बनाया। तो जानिए कि कैसे एक गरीब औरत ने कैसे बनाया अपनी बेटी को IAS ऑफ़िसर। ये कहानी मेरे गांव की है जहा लोगो को हर समस्या से झूझना पड़ता था। वहा की सरकार भी इतनी कामचोर थी की जो पैसा गांव के विकास के लिए आता था उसे वहा के नेता और सरपंच मिलकर उसे खा जाते है।
इस कारण से गांव में कोई स्कूल भी नहीं और न कोई सड़के थे। गांव के बच्चे वैसे ही पढ़ाई नहीं करते है लेकिन जो भी पढ़ाई करते थे। उनको गांव से काफी दूर जाना पड़ता था। हमारे गांव में सड़के न होने की वजह से वहा पर शहर में जाने के लिए कोई साधन भी नहीं चलते थे। IAS officer
सड़के नहीं होने कि वजह से गांव के बीमार लोग शहर पहुंचने से पहले ही अपना दम तोड़ देते थे गांव में कोई चिकित्सा सुविधा भी नहीं थी। कई लोगो ने नेताओ और सरपंच के खिलाफ शहर जाकर शिकायत भी करवाई लेकिन हमारी मदद के लिए कोई नहीं आया।
हमारे गांव से धीरे -धीरे लोग दूसरे गांव की तरफ जाने लगे वहा पर धीरे -धीरे खाने की भी कमी पड़ा रही थी। फिर सभी ने गांव की एक पंचायत रखी। उसमे सभी को बुलाया गया। उस पंचायत में सभी ने मिलकर एक बात पर निरयण लिया और कहा की यदि हमें अपने गांव में खुशीयाँ लानी है तो हम में से किसी के भी बच्चे को पढ़कर कोई ऊंची पोस्ट पर जाना होगा। उसको अपने गांव के हाल के बारे में बताना होगा।IAS officer
की किस तरह से यहां की सरकार के लोग वोट मांगते समय तो पैरो में पड़ जाते है। और काम निकलने के बाद गांव के विकास के लिए आये पैसे को अपने काम में लेते है। IAS officer
शहर जाकर किसी के सामने अपनी समस्या को बताने से समस्या काम नहीं होगी है हमें ही कुछ करना होगा नहीं तो आने वाले समय में हमारे गांव का नाम दूर दूर तक नहीं मिलेगा। सभी उस समय एक दूसरे की तरफ देख रहे थे। तभी हमारी गांव की औरत सब्से के सामने आयी और उसने कहा की वो अपनी बेटी को IAS ऑफ़िसर बनाएगी।
उस समय सभी उसकी बातो पर हसने लगे। लेकिन उस उन सब की बातो पर ध्यान न देखकर अपनी बेटो के साथ वहा से अपने घर चली गयी। गांव के लोगो ने भी उस समय बड़ी -बड़ी बाते कर के वहा से चले गए।
उस समय मुझे और औरत की आँखो में विश्वास नजर आया। मैं सब की बाते सुनकर इस समय वहा से चला गया। उस औरत का घर हमारे घर की अगली वाली गली में था। उस समय मेरे पिताजी एक वकील थे। हमारे घर की स्थिति उस समय वाकी लोगो से ठीक थी। IAS officer
अगले दिन से ही उसने अपनी बेटी को हमारे पास के पास में दूसरे गांव में एक स्कूल में भेजना शुरू कर दिया। वो औरत भी उस समय दूसरे गांव में अपनी बेटी के साथ जाने लगी। वो दूसरे गांव में काम करने के लिए जाती और वही अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए लेकर जाती।
उस समय मैं भी दूसरे गांव में पढ़ाई के लिए जाता था। वो औरत दिन में वहा दूसरे गांव में वहा के लोगो के खेतो में काम करती और रात शाम को अपनी बेटी के साथ घर चली आती।
जैसे -जैसे समय निकलता गया वैसे -वैसे उसकी लड़की बड़ी होती गयी। और पढ़ाई में भी आने निकलने लगी। हमारे गांव की उस औरत क नाम शिमला था और उसकी बेटी का नाम विमला। IAS officer
उसकी लड़की पढ़ाई में बहुत होशियार थी। उस समय उसकी स्कूल की पढ़ाई पूरी हो गयी थी। अब बारी थी उसको शहर भेजकर पढ़ाई करवाने की। उस समय उस औरत के पास इतने पैसे नहीं थे की वो अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए शहर भेज सके। फिर उसने अपनी जमीन बेचने के फैसला किया।
फिर एक दिन शाम को वो हमारे घर आयी उस समय मेरे पिताजी ही किसी का दूसरी कंपनियों से जानकारी रखते थे। उसने आते ही अपनी सारी समस्या मेरे पापा को बताई को जमीन बेचने की बात कही। उस समय मेरे पिताजी ने उसे खूब समझाया लेकिन उसमे पापा की एक भी बात नहीं सुनी और कहा की मैं इस तरह से अपनी बच्ची का जीवन नहीं बिगाड़ सकती। IAS officer
उसे एक आईएएस ऑफ़िसर बनाउंगी। ताकि वो अपने गांव की हर समस्या का समाधान कर सके और यहां की कामचोर सरकार को ठीक कर सके।
अगले ही दिन मेरे पिताजी ने उसकी जमीन शहर के एक सेठ की बिकवा दी। मुझे उस समय भी उस औरत की आखो में विश्वास नजर आ रहा था। वो अपनी जमीं बेचकर उस समय वहा से अपने घर चली गयी। दूसरे ही दिन उसने अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए शहर भेज दिया। उसे शहर भेजकर वो पास के गांव में दूसरे के खेती में काम करने के लिए चली।
शहर जाने के बाद लड़की बनकर आयी IAS ऑफ़िसर। एक गरीब माँ ने बनाई अपनी बेटी को IAS ऑफ़िसर | IAS officer story.
शहर जाने के बाद उस लड़की ने दी रात पढाई में मेहनत की। उसे जब भी पैसो की जरुरत होती तो उसे गांव से किसी न किसी के द्वारा पैसे भेजती। वो औरत दूसरे गांव में लोगो के खेतो में काम करती उससे जो भी पैसे मिलते उसे वो अपनी लड़की की पढ़ाई के लिए जमा करती।
उसकी बेटी भी उस समय बहुत ज्यादा मेहनती थी। उसने दिन रत पढ़ाई में मेहनत करके एक दिन वो मुकाम हासिल कर लिए की एक दिन सच में वो एक आईएएस ऑफिसर बन गयी। आईएएस बनने के एक महीने बाद हमारे गांव में बड़े -बढ़े अधिकारियो की कई गाड़िया आयी उस समय सभी उसको देखकर अपनी -अपनी जगह खड़े हो गए। IAS officer
तभी एक बड़ी से गाड़ी से एक लड़की उत्तरी वो पुलिस के कपड़ो में थी और धंधे पर स्टार लगे हुए थे। वो लड़की और कोई नहीं वल्कि हमारे गांव की उस औरत की लड़की विमला थी।
उसके आगे पीछे कई पुलिस वाले खड़े थे। और उसके साथ उस समय बड़े -बड़े अधिकारी आये हए थे। तभी उसने अपनी माँ को अपने घर से आवाज देकर बुलाया उस समय उसकी आवाज को सुनकर उसकी माँ वहा आयी। अपनी बेटी को एक ऑफिसर के रूप में देखकर वो औरत बहुत खुश हुई।
फिर उस लड़की ने वहा पर गांव के हर एक गरीब से उनकी समस्या को वाकी अधिकारियो के सामने रखा। ताकि वे वहा के नेताओ और गांव के सरपंच के बुरे कर्मो के बारे में बता सके। गांव के सभी लोगो ने वहा के कामचोर नेताओ को बारे में शहर से आये अधिकारियो को बताया की। और उन्हें सजा देनी की बात कही। IAS officer
उस समय वे गांव की सभी समस्याओ को लिखकर वहा से चले गए। उस दिन हमारे गांव की लड़की पहली बार शहर से आईएएस बनकर आयी थी। तो शाम को सभी ने एक उत्सव रखा। उत्सव केबाद सभी एक जगह पर आ पहुंचे।
सभी एक जगह पर आकर बैठ गए थे। उस समय उस औरत के साथ वो लड़की विमला भी वहा आयी। उस से सभी उनकी और देखने लगे। तभी उसने सभी को गांव के विकास के बारे में बताया और कहा की अब हमारे गांव में वो हर सुविधा होगी जो एक शहर में होती है। IAS officer
कुछ ही महीनो में काम का विकास तेजी से जारी हुआ। गांव में कुछ ही दिनों में सड़के ,स्कूल ,हॉस्पिटल,पार्क,आदि को जल्दी से बनाया गया। फिर गांव के बच्चे गांव के स्कूल में पढ़ाई के जाने लगे। गांव में अब सड़के भी बन चुकी की तो लोग आराम से बस में बैठकर शहर भी जा सकते थे। IAS officer
हमारे गांव कुछ ही दिनों में हर वो सुविधा हुई जिन सुविधाओं के लिए गांव तरसा था। समय गांव के लोग काफी खुश थे। फिर एक दिन सभी गांव के लोग मिलकर उस औरत के घर गए और वहा जाकर सभी ने उसका धन्यवाद किया।
उस समय उसने कहा की मुझे गर्व है की मैं अपनी बेटी को एक अच्छा जीवन दे सकी। आप लोग भी अपने बच्चे को एक बेहतर जीवन देने सी सोचे अब तो गांव में हर वो सुविधा है जिसकी आप सब को जरुरत थी। IAS officer
गांव में सारे काम करवाकर आईएएस लड़की विमला फिर से शहर चली गयी। अब हमारे गांव में कोई भी नेता गए के विकास के पैसो को अपने काम नहीं लेता है। गांव का सरपंच भी बदल दिया गए था तो वो भी अपने गांव के लोगो की खूब मदद करता। उस समय एक में एक ख़ुशी सी छाई हुई थी। IAS officer
तो ये थी हमारे गांव की एक आईएएस लड़की की कहानी जिसे अपनी माँ ने दूसरे के खेतो में काम करके उसे पढ़ाया। और आईएएस बनाया। उम्मीद है ये कहानी आप सब को बहुत पसंद आयी होगी। ऐसी ही और मजेदार कहानी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट 102generic.com से जुड़े रहे।
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