10 वी कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के प्यार की कहानी| Love Story In Hindi.
10 वी कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के प्यार की कहानी।
यह कहानी उस समय की जब मुझे 10 वी कक्षा में पढ़ने वाली लड़की से प्यार था। उस समय हमने दूसरी जगह पर अपना नया घर लिया था। उस समय हमारा घर एक स्कूल के पास था। हमने वहा पर घर नया लिया था जिसकी वजह से मैं वहा की गलियों और रास्तो को इतना नहीं जानता था।लड़की के प्यार की कहानी।
मैं पुरे दिन अपने घर की बालकनी में बैठकर स्कूल की तरफ देखता रहता। घर की बालकनी में पुरे दिन छाया रहती और ठंडी ठंडी हवा चलती। मैं भी वहा पर बैठकर स्कूल के बच्चो को देखता रहता।मैं उस समय 12 वी कक्षा में पढता था। उस समय घर बदलने की वजह से मुझे भी अपना स्कूल छोड़ना पड़ा।
मेरे पापा मुझे अपने पास के स्कूल में मेरा एडमिशन कराने की बोल रहे थे। मेरी माँ भी पापा की उस बात सहमत हो गयी। फिर एक दिन मेरे पापा मुझे लेकर हमारे पास के स्कूल में आये उन्होंने मेरा एडमिशन हमारे पास के स्कूल में करा दिया।
मैं रोज अपने घर से स्कूल आता और छुट्टी के समय जल्दी से अपने घर चला आता। स्कूल के सबसे नजदीक घर मेरा ही था। इसलिए मुझे न आने में देर लगती और न ही स्कूल जाने में। उस समय 10 वी और 12 की कक्षा पर सभी टीचरों का विशेष ध्यान था। लड़की के प्यार की कहानी।
मेरे दो चार दिन स्कूल जाने के बाद मैने अपनी कक्षा में काफी सारे दोस्त भी बना लिया थे। हम सब एक साथ पढ़ाई करते और फिर पढाई के बाद सभी अपने -अपने घर चले जाते। हमारे घर की बालकनी से 10 वी कक्षा बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दिखाई देती थी। जब मैं किसी दिन स्कूल नहीं जाता तो घर की बालकनी में बैठकर अपने स्कूल के बच्चो को देखता रहता।
एक दिन जब मैं सुबह मैं जल्दी उठकर अपने दोस्तों के साथ स्कूल के मेन गेट से होकर अंदर की और जा रहा था। जब मैने वह पर बहुत की सूंदर लड़की को स्कूल से बाहर जाते हुए देखा। उस समय उसने हमारी स्कूल के कपडे पहन रखे थे तो उसको देखकर लग रहा था की वो हमारे स्कूल की छात्र है।
मेने उसकी और छोड़ी देर के लिए देखा और फिर अपने दोस्तों के साथ अपनी कक्षा में चला गया।
कक्षा के अंदर सभी छात्र आ पहुंचे थे। सभी के आते ही गुरुजी ने अपनी विषय के अनुसार हमें पढ़ना शुरू कर दिया।सभी गुरुजी एक एक करके अपने आय और हमे पढ़ा कर चले जा गए। पढ़ाई के बाद मैं भी अपने घर चला गया।लड़की के प्यार की कहानी।
उस समय मुझे अपने पास के दोस्त रोहन ने बाहर घूमने के लिय कॉल किया। उस समय मेरा मन बाहर घूमने जाने का नही था ।लेकिन हम दोनो की नई -नई दोस्ती हुई थी इसलिए मैने सोचा कि यदि मैं उसके बुलाने पर नही गया तो वो बुरा मान जाएगा।
इसी बात को सोचकर मैं रोहन के पास चला गया।हम दोनो कुछ देर के लिए उसके घर पर रुके और फिर वहा से बाहर घुमनेंके लिए चलें गए।
हम दोनो शाम के समय में बाहर घूमने ने लिए निकले। उस समय मौसम भी काफी सुहावना हो रहा था।
आसमान में बादल छाए हुए थे मानो बारिश भी होने वाली हो।लड़की के प्यार की कहानी।
हम घूमते घूमते एक होटल पे जा पहुंचे। उस समय मुझे भूख भी लग रही थी । मैने और रोहन ने वहा पर बैठकर कुछ खाने ही वाले थे की इतने बारिश शुरू हो गई ।
बारिश शुरू होते ही हम दोनो बिना कुछ खाए ही वहा से बारिश का मजा लेने के लिए सड़क के किनारे किनारे चल दिए ।धीरे धीरे बारिश के साथ साथ ठंडी हवा भी चल रही थी।उस समय मुझे और रोहन को काफी मजा आ रहा था ।लड़की के प्यार की कहानी।
हम दोनो उस समय बारिश की बूंदों का मजा लेते हुए जा रहे थे। उस समय मैने वहा पर उस लड़की को अपनी दोस्तो के साथ बारिश के मजे लेते हुए देखे ।यह वही लड़की थी जिसमें अपने स्कूल में देखा था।
वो लड़की भी अपने दोस्तो के साथ बारिश में आनंद ले रही थी।मैं और रोहन उस समय एक जगह बारिश में खेड़े होकर देख रहे थे।लड़की के प्यार की कहानी।
इतने में रोहन को छीके आने लग गई थी। इसलिए हमने सोचा की ज्यादा देर तक बारिश में भीगने से हम बीमार भी पड़ सकते है।इसलिए हम वहा से चले आए।
हम दोनो उनसे काफी दूर तक आ गया थे।
फिर भी वो बारिश में अपने दोस्तो के साथ उछल उछल कर नहा री थी ।उन्हे देखते हुए हम दोनो अपने अपने घर आ पहुंचे । मैने अपने घर आकर भीगे हुए कपड़े उतार कर दूसरे कपड़े पहने। उस समय मुझे शक था की कही मैं बीमार न पढ़ जाऊ।लड़की के प्यार की कहानी।
मैने चुप चाप पाने कपड़े पहने और अपने कमरे में चला गया । और वहा पर जाकर सो गया ।इस समय मैं सोया था तो ठीक था ।लेकिन जब मैं जगा तो मैं बीमार पाया ।
बीमार होने की वजह से मैं उस दिन स्कूल नही जा पाया। उस समय मेरा मन भी नही लग रहा था तो मैं स्कूल के बच्चो को देखने के लिए अपने घर की बालकनी में चला गया।
जब मैं देखा आज वो लड़की भी स्कूल नही आई है ।तब मेरे दिमाग में एक ख्याल आया कि लगता है वह भी बीमार हो गई है। लड़की के प्यार की कहानी।
जिसकी वजह से वो आज स्कूल नही है। मैं कुछ समतंके लिए बालकनी में बैठा रहा फिर मुझे नींद आने लग गई थी किसकी वजह से मैं अपने कमरे में जाकर सो गया ।
स्कूल में आने के बाद हुआ लड़की को लड़के से प्यार।10 वी कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के प्यार की कहानी| Love Story In Hindi.
अगले दिन मैं सुबह जल्दी उठकर स्कूल के लिए अपने घर से निकल गया। स्कूल पास में होने की वजह से हमे उस दिन जल्दी स्कूल पहुंच गया। कुछ देर बाद मेरे सभी दोस्त वहा पर आ गए। रोहन भी उस समय वहा आया ।आते हु उसने मेरे पिछले दिन स्कूल ना आने की बात पूछी।लड़की के प्यार की कहानी।
जब मैने बताया कि बारिश में देर तक नहाने से में बीमार हो गया था।उसकी वजह से मैं कल स्कूल नही आ पाया।कुछ देर बाद वो लड़की भी अपनी दोस्तो के साथ स्कूल आ गई ।
गुरुजी ने सरस्वती वंदना ने लिए सभी को एक साथ बैठाया।
जब वंदना पूरी हो गई थी जब गुरुजी ने कल नही आने वाले बच्चो को अपनी जगह पर खेड़ा होने करने कहा।जब पुरे स्कूल में लडको में से मैं और लड़कियों में वो लड़की खड़ी हुई।उसके खड़े होने के बाद मैं जान गया li एक लड़की भी मेरी तरह बारिश में देर तक भीगने के बाद बीमार हो गईं है।लड़की के प्यार की कहानी।
जब गुरुजी ने मुझसे स्कूल न आने की वजह पूछी तो अचानक से मुझे छीके आने लग गई। जब सब मेरी ओर देखकर हंसने लगे।उनकी हसी में में समझ गया था कि इन्हे मेरी छीको ने जबाव दे दिया है ।कल मैं क्यों नही आया।
मेरे बार गुरुजी ने उस लड़की से पूछा उसने झूठ बोला की कल वो उसकी मां के साथ कही बाहर गई थी।लेकिन वो बारिश में भीग जाने के कारण स्कूल नहीं आई थी ।और ये बात सिर्फ मुझे पता थी।
उसकी भी दोस्त उस समय। उसके साथ बारिश में नहा रही थी ।और मेरे साथ भी रोहन बारिश में नहाया था।लेकिन उन्हें कुछ नही हुआ।बस हम दोनो ही बीमार पड़ गए थे। लड़की के प्यार की कहानी।
उसके बाद गुरूजी ने सब को अपनी -अपनी कक्षा में जाने के लिए भेज दिया। मैं भी अपने दोस्तों के साथ अपनी कक्षा में चला गया। वो लड़की भी अपने कक्षा में चली गयी थी। कुछ देर बाद सभी की छुट्टी हुई फिर मैं स्कूल के मेनगेट के पास जाकर रुक गया था।
जब वो लड़की अपनी दोस्तों के साथ अपने घर की तरह जा रही थी। तब मुझे देखकर उसने अपनी नजरे चुराई और धीरे से स्कूल से बाहर चली गयी।
मैं भी धीरे धीरे उसे देखकर अपने घर चला गया। उस समय मेरा अपने घर मन नहीं लग रहा था। तो मैने रोहन को कॉल किया मेरे कॉल करने के कुछ देर बाद ही रोहन अपनी गाड़ी लेकर आ गया। मैं और रोहन एक साथ घूमने के लिए बाहर निकल गए। लड़की के प्यार की कहानी।
हम घूमते घूमते एक पार्क में जाकर बैठ गए। और वहा पर बैठकर स्कूल में जो हुआ उसके बारे में बात करने लगे। थोड़ी धीरे बाद मुझे भूख लगने लगी है मैने रोहन से खाने के लिए कुछ लेन को कहा। रोहन पास ही के एक दुकान से खाने के लिए कुछ ले आया।
दुकान से रोहन जो लेकर आया था। वो हम दोनों वह बैठकर खा रहे थे की अचानक से मैने उस लड़की को अपनी स्कुटी के साथ सड़क पर एक पुलिस वाले के पास में खड़े देखा जा जब मैने ये बात रोहन को बताई। उसे देखकर हम दोनों वहां से उठकर उसके पास जा पहुंचे।
वहा जाकर मैने देखा की उस लड़की पास को उस पुलिस वाले ने उसकी स्कुटी के साथ हेलमेट और ड्राइविंग लाइसेंस न होने की वजह से पकड़ रखा है। मैने वहा जाकर सारी बाते उस लड़की से पूछी उस समय हम दोनों को एक दूसरे के बारे में इतना ही पता था की ये हम स्कूल में पढ़ते है। लड़की के प्यार की कहानी।
लड़की से सारी बाते पूछने के बाद मैने पुलिस वाले से उस लड़की को छोड़ने की बात कही। मेरी बात सुनते ही वह पुलिस वाला भड़क उठा और हमें धमकी देने लगा। उस समय मेरे मामा उस क्षेत्र के थानाधिकारी थे। मैने अपने मामा को कॉल किया और उसे सारी बाते बताई।
मेरी बाते बताने के बाद मेरे मामा जी पुलिस वाले से बात की। उनके बात करने के बाद उस पुलिस वाले ने लड़की को इज्जत के साथ छोड़ दिया। उसके छोड़ने के बाद लड़की ने मुझे थैंक्स कहा और बताया की उसकी माँ की तबियत बहुत खराब है। इसलिए वह दवाई लेने के लिए जल्दबाजी में हेलमेट और लाइसेंस भूल गयी।लड़की के प्यार की कहानी।
उतना कहकर वो वहा से निकल गयी। हम दोनों भी वह से निकल गए। दूसरे दिन रविवार की छुट्टी थी जिसकी वजह से मैं लेट तक सोया। रात में मैने कुछ घंटे पढाई की और फिर अचानक से उस लड़की के बारे में सोचने लगा।
सोचते सोचते में सो गया। अगली सुबह जब मैं अपनी बालकनी में बैठकर अपने आस पास के लोगो को देख रहा था। तब मैने देखा की वो मेरी इशारा कर के मुझे नीचे बुला रही थी।मैं जल्दी से नीचे गया और उसके पास जाकर खड़ा हो गया। लड़की के प्यार की कहानी।
मेरे वहा जाते ही उसने मुझे उसके साथ बाहर घूमने को कहा उस सिन रविवार की छुट्टी थी और घर पे कोई काम भी नहीं था। तो मैं उसके साथ बाहर घूमने के लिए चला गया।तब वो मुझे उसके घर के पास एक सुनसान पार्क में ले गयी। वहा पर बिल्कुल शांत माहौल था।
उसने फिर धीरे -धीरे मुझसे बाते करना शुरू की उसने बताया की उसका नाम प्रियंका है। और वो 10 वी कक्षा में पढ़ती है। उसने मुझे सबसे पहले उस दिन बारिश में भीगते हुए देखा था। धीरे -धीरे हम दोनों एक दूसरे से अपनी सारी बाते शेयर करने लगे। लड़की के प्यार की कहानी।
फिर मैने उससे पूछा की वो उस दिन स्कूल क्यों नहीं आयी थी। तब उसने बताया की उस दिन उसे भी बारिश में भीग जाने से उसकी तबियत खराब हो गयी थी। लेकिन उसने गुरूजी के डर की वजह से झूठबोला था।
हम दोनों ने वहा पर बैठकर एक दूसरे से काफी समय तक बाते की। फिर उसने अचानक से उसने मुझसे कहा की मैने किसी लड़की से प्यार किया है क्या उसके ये सवाल पूछने पर मैं थोड़ी देर रुका और फिर मैने मना कर दिया।
यही बात मैने उससे पूछी तो उसने मेरा नाम ले लिया। और कहा की मैं उसे बहुत अच्छा लगया हु। जब से उसने मुझे बारिश में भीगते हुए देखा था। वो जब से मुझसे प्यार करती है। लेकिन उसने यह बात मुझसे छिपाई। लेकिन कल जो उसके साथ हुआ था उसमे उसकी मदद करने के बाद उससे ये बाते बताये बिना रहा नहीं गया। लड़की के प्यार की कहानी।
अपने प्यार की सारी बताते हुए उसने कहा की यदि मुझे वो पसंद नहीं है तो मना कर दे वो इस बात पर बिल्कुल बुरा नहीं मानेगी। मैने भी उसकी और देखते हुए उसके मुरझाये हुए चहरे को फिर से खिलाने के लिए मैने भी उसे हा कह दी।
मेरे हा कहने के बाद वो मेरे सीने ने चुपक गयी। और फिर मुझे काफी देर तक हग किया। उसके बाद हम दोनों अपने -अपने घर आ गए। उस रात हमने एक दूसरे से फोन कर काफी समय बाते की और फिर सो गए। अगले दिन सुबह जल्दी उठकर हम स्कूल चले गए। हम दोनों ने हमारी बाते किसी से भी शेयर न करने के लिए एक दूसरे से वादा किया।
हम स्कूल में एक दूसरे को बिल्कुल अनजान तरीके से देखते है। ताकि किसी को हमारे प्यार के बारे में पता न चले। लड़की के प्यार की कहानी।